राष्ट्रीय भावना व राष्ट्रीय गौरव का प्रसार करते हैं- खेल।
वर्तमान दौर में दुनिया भर में खेलों को लेकर आकर्षण बढ़ा है, क्योंकि खेल अब सिर्फ खिलाड़ी और दर्शक तक सीमित न होकर एक व्यवसाय का रूप ले चुके हैं। अब खेल के मैदान में अकूत धनवर्षा होती है और इससे सबसे ज्यादा खेल व खिलाड़ी दोनों को लाभ मिला है। भारत के इतिहास में प्राचीन काल से ही खेल आकर्षण का केंद्र रहे हैं। महाभारत काल से लेकर आधुनिक काल तक हमेशा खेल प्रतियोगिताओं को प्रतिष्ठा से जोड़कर देखा जाता रहा है। यही कारण है कि खेलों से राष्ट्रीय भावना का विकास होता है। विश्व पटल पर खेलों…