भाजपा का 45वां स्थापना दिवस: नरेंद्र मोदी, अमित शाह और कैलाश विजयवर्गीय का योगदान
देश की सबसे बड़ी राजनीतिक पार्टी ‘भारतीय जनता पार्टी’ अपना 45 वां स्थापना दिवस मना रही है। 1980 को भाजपा की स्थापना हुई थी। उस दिन शायद किसी ने ये उम्मीद नहीं की थी कि सिर्फ चार दशक में ये पार्टी देश की राजनीति के शिखर पर होगी और देश की 70% आबादी उसमें अपना विश्वास व्यक्त करेगी। भाजपा को शिखर पर पहुँचाने में कई नेताओं ने अपना योगदान दिया है! लेकिन, इस पार्टी को मजबूती देने में प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी, गृह मंत्री श्री अमित शाह और कैलाश विजयवर्गीय के योगदान, समर्पण, रणनीतिक कौशल और नीतियों को सर्वोपरि रखना होगा।
भाजपा का गठन और विकास: आपातकाल के बाद से वर्तमान तक
भाजपा का गठन आपातकाल के बाद 1980 में हुआ था। राजनीतिक इतिहास के अनुसार महज चार दशक में किसी राजनीतिक पार्टी ने शीर्ष तक का सफर तय किया हो, ऐसा कम ही देखा गया है। आज यह देश की सबसे सशक्त और सर्वाधिक सदस्यों वाली पार्टी है। पार्टी के पास एक नियोजित सांगठनिक ढांचा है, जो इसकी ताकत को और ज्यादा मजबूती देता है। श्री अटल बिहारी वाजपेयी भाजपा के पहले राष्ट्रीय अध्यक्ष बने थे, जिनके नेतृत्व में 90 के दशक के अंत में भाजपा ने पहली बार सरकार बनाई थी। पिछले 6 सालों से श्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में केंद्र में भाजपा की सरकार है। संसद में भाजपा को पूर्ण बहुमत है, फिर भी भाजपा ने राजनीतिक संस्कारों का पालन करते हुए एनडीए के साथियों को भी सरकार में शामिल किया!
जनसंघ से भाजपा तक: राजनीतिक उत्तराधिकार और सफलता की कहानी
भाजपा वास्तव में जनसंघ की राजनीतिक उत्तराधिकारी है और इसकी सफलता की कहानी जनसंघ के साथ 1952 के पहले आम चुनावों से शुरू होती है। तब देशभर में कांग्रेस की लहर के बावजूद जनसंघ ने 3 सीटें जीतकर भविष्य का संकेत से दिया था। दूसरे आम चुनाव में 1957 में जनसंघ को 4 सीट मिली। 1962 के तीसरे लोकसभा चुनाव में 14 सीटें जीत ली। 1967 के चौथे लोकसभा चुनाव में सीटों की संख्या 35 तक पहुँच गई। 1975 में तत्कालीन प्रधानमंत्री श्रीमती इंदिरा गाँधी ने देश में आपातकाल लागू कर दिया। देश का ये काला दौर गुजरने के बाद देश की अधिकांश पार्टियों ने कांग्रेस के खिलाफ मोर्चा बनाया और 1977 में देश में हुए छठे लोकसभा चुनाव में ‘जनता पार्टी’ के बैनर पर चुनाव लड़ा और 295 सीटों पर जीत दर्ज की।
भाजपा की स्थापना और विकास: प्रमुख नेताओं का योगदान
कांग्रेस तो सत्ता से बाहर हो गई, पर ‘जनता पार्टी’ के घटक दलों में आपसी झगड़ों के कारण ये राजनीतिक प्रयोग ज्यादा सफल नहीं हुआ! लेकिन, इसी के बाद 6 अप्रैल 1980 को भाजपा की स्थापना हुई और आज ये पार्टी देश और अधिकांश राज्यों की सत्ता के साथ लोगों के दिलों में बसी है। भारतीय जनता पार्टी को सँवारने में डॉ श्यामा प्रसाद मुखर्जी और श्री अटल बिहारी वाजपेयी से लगाकर राजमाता सिंधिया जी, सर्वश्री कुशाभाऊ ठाकरे जी, लालकृष्ण आडवाणी जी, मुरली मनोहर जोशी जी, सुन्दरलाल पटवा जी, प्यारेलाल खंडेलवाल जी, एम वेंकैया नायडू जी, नितिन गडकरी जी, राजनाथ सिंह जी, सुश्री उमाभारती जी एवं सभी मुख्यमंत्रियों, पदाधिकारियों और कार्यकर्ताओं तक का महत्वपूर्ण योगदान रहा है। इसके बाद प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी, पार्टी के पूर्व अध्यक्ष श्री अमित शाह और कैलाश विजयवर्गीय ने इसे सबसे ज्यादा ऊंचाई दी है।